View Larger Image केवल भगवान का नाम जपने से ही वयक्ति को पापमय जीवन की प्रतिक्रियाओं से मुक्ति मिलेगी. Post Views: 1,719 (Visited 214 times, 1 visits today) blucursor2023-05-05T17:54:38+05:30 Related Posts हरे कृष्ण मंत्र और ओंकार में क्या अंतर होता है? हरे कृष्ण मंत्र और ओंकार में क्या अंतर होता है? अगस्त 9th, 2023 | 0 Comments ओंकार से प्रारंभ होने वाले वैदिक मंत्रों का जप करना सीधे कृष्ण के नाम का जप करना होता है. ओंकार से प्रारंभ होने वाले वैदिक मंत्रों का जप करना सीधे कृष्ण के नाम का जप करना होता है. अगस्त 9th, 2023 | 0 Comments अजामिल का जाप निरापद क्यों था? अजामिल का जाप निरापद क्यों था? अगस्त 9th, 2023 | 0 Comments केवल भगवान का नाम जपने से ही वयक्ति को पापमय जीवन की प्रतिक्रियाओं से मुक्ति मिलेगी. केवल भगवान का नाम जपने से ही वयक्ति को पापमय जीवन की प्रतिक्रियाओं से मुक्ति मिलेगी. जून 26th, 2023 | 0 Comments निरंतर स्मरण उसी के लिए संभव है जो हमेशा भगवान कृष्ण की महिमा का जाप करता है और उसका श्रवण करता है। निरंतर स्मरण उसी के लिए संभव है जो हमेशा भगवान कृष्ण की महिमा का जाप करता है और उसका श्रवण करता है। जून 23rd, 2023 | 0 Comments परम भगवान ने कृपा करके अपनी सारी शक्तियों का निवेश अपने पवित्र नाम में कर दिया है। परम भगवान ने कृपा करके अपनी सारी शक्तियों का निवेश अपने पवित्र नाम में कर दिया है। जून 23rd, 2023 | 0 Comments Leave A Comment जवाब रद्द करेंComment
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