Skip to content
Search for:
Toggle Navigation
आध्यात्मिक पथ
प्रवेश
संपर्क करें
ऑडियो
वीडियो
संबंधित लिंक
भक्तिवेदांत वेदआधार
भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट
प्रभुपादपुस्तकें
इस्कॉन डिज़ायर ट्री
विज्ञान एवं अध्यात्म
गीता दैनिक
Toggle Navigation
प्रवेश
संपर्क करें
ऑडियो
वीडियो
आध्यात्मिक पथ
संबंधित लिंक
भक्तिवेदांत वेदआधार
भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट
प्रभुपादपुस्तकें
इस्कॉन डिज़ायर ट्री
विज्ञान एवं अध्यात्म
गीता दैनिक
iandkrsna_user
4005 items
मन हमारे पिछले जीवन के दौरान आए विभिन्न विचारों और अनुभवों का भंडार है.
Continue reading
प्रायश्चित व्यक्ति के पाप कर्मों की गंभीरता के अनुसार होना चाहिए.
Continue reading
जो तमो गुण के माध्यम से मानव रूप में आते हैं, वे अपने पिछले जीवन में वानर थे.
Continue reading
एक सच्चे भक्त द्वारा भोगा गया दुख तकनीकी रूप से कोई कर्म की प्रतिक्रिया नहीं है.
Continue reading
परमात्मा कर्म की उलझनों से उस प्रकार बंधा नहीं होता जैसे कि जीव.
Continue reading
देवता जीवों को जो परिणाम देते हैं, वे जीवों के कार्यों के सटीक अनुरूप होते हैं।
Continue reading
यदि कोई जीव उसके पिछले कर्मों के परिणाम के अधीन हो तो स्वतंत्र इच्छा के लिए कोई स्थान नहीं होगा।
Continue reading
कोई भी व्यक्ति एक क्षण के लिए भी कुछ न कुछ करने से बच नहीं सकता।
Continue reading
प्रकृति के नियमों द्वारा हमारे अपने शरीरों सहित सभी भौतिक वस्तुएँ धीरे-धीरे विघटित हो जाती हैं।
Continue reading
यहां तक कि सबसे अच्छी भौतिक स्थिति भी वास्तव में पिछली नियमविरुद्ध गतिविधियों का ही एक दंड होती हैI
Continue reading
Previous
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
Next
Page load link