कृत्रिम रूप से, मन को वासना या अज्ञान के निचले धरातल पर खींचा जाता है। कृत्रिम रूप से, मन को वासना या अज्ञान के निचले धरातल पर खींचा जाता है।
भौतिक संसार में अच्छाई किसी शुद्ध रूप में अस्तित्वमान नहीं होती है। भौतिक संसार में अच्छाई किसी शुद्ध रूप में अस्तित्वमान नहीं होती है।
दूध न देने वाली गाय की देखभाल करने वाला मनुष्य निश्चित रूप से सबसे अधिक दुखी होता है। दूध न देने वाली गाय की देखभाल करने वाला मनुष्य निश्चित रूप से सबसे अधिक दुखी होता है।
जब तक व्यक्ति न्यूनाधिक पागल न हो, वह भौतिक जीवन में उत्सुक या बल्कि शांत भी नहीं रह सकता। जब तक व्यक्ति न्यूनाधिक पागल न हो, वह भौतिक जीवन में उत्सुक या बल्कि शांत भी नहीं रह सकता।
भौतिक संसार के भीतर हमें परम सुख या दुख नहीं मिलता। भौतिक संसार के भीतर हमें परम सुख या दुख नहीं मिलता।
भौतिक शरीर अंततः दूसरों के द्वारा उपभोग कर लिया जाता है। भौतिक शरीर अंततः दूसरों के द्वारा उपभोग कर लिया जाता है।
भौतिक रूप से सचेत और महत्वाकांक्षी व्यक्ति निरंतर चिंताग्रस्त रहते हैं। भौतिक रूप से सचेत और महत्वाकांक्षी व्यक्ति निरंतर चिंताग्रस्त रहते हैं।
यदि व्यक्ति जिव्हा पर नियंत्रण करने में सक्षम हो तो सभी इंद्रियों को उसके नियंत्रण में माना जाता है। यदि व्यक्ति जिव्हा पर नियंत्रण करने में सक्षम हो तो सभी इंद्रियों को उसके नियंत्रण में माना जाता है।
एक बुद्धिमान व्यक्ति जिव्हा के नियंत्रण के अधीन नहीं आता। एक बुद्धिमान व्यक्ति जिव्हा के नियंत्रण के अधीन नहीं आता।