हमें चिढ़ने के स्थान पर चीज़ों को सहन करना चाहिए. हमें चिढ़ने के स्थान पर चीज़ों को सहन करना चाहिए. Read More
आत्म बोध के लिए या इंद्रिय संतुष्टि के लिए तपस्या? आत्म बोध के लिए या इंद्रिय संतुष्टि के लिए तपस्या? Read More
यदि अभक्तों की कामनाएँ पूरी की जाती हैं, तो भक्तों की क्यों नहीं? यदि अभक्तों की कामनाएँ पूरी की जाती हैं, तो भक्तों की क्यों नहीं? Read More
ब्राम्हण और वैष्णव किसी अन्य के व्यय पर नहीं रहते. ब्राम्हण और वैष्णव किसी अन्य के व्यय पर नहीं रहते. Read More
एक भक्त को बहुत सादा जीवन जीना चाहिए और विपरीत तत्वों के द्वैत से बाधित नहीं होना चाहिए. एक भक्त को बहुत सादा जीवन जीना चाहिए और विपरीत तत्वों के द्वैत से बाधित नहीं होना चाहिए. Read More
यहाँ तक कि ब्रम्हा जैसे महान देवता और भगवान शिव भी स्त्री सौंदर्य से मोहित हो जाते हैं. यहाँ तक कि ब्रम्हा जैसे महान देवता और भगवान शिव भी स्त्री सौंदर्य से मोहित हो जाते हैं. Read More