भगवान द्वारा जीवन की मानवीय आवश्यकताओं की संपूर्ण पूर्ति की जाती है भगवान द्वारा जीवन की मानवीय आवश्यकताओं की संपूर्ण पूर्ति की जाती है Read More
भौतिक प्रकृति की तीन अवस्थाओं के बाध्यकारी प्रभाव कभी भी नहीं जीते जा सकते. भौतिक प्रकृति की तीन अवस्थाओं के बाध्यकारी प्रभाव कभी भी नहीं जीते जा सकते. Read More
कई बार देखा गया कोई भी पदार्थ अंततः संतृप्ति के नियम से अनाकर्षक हो जाता है. कई बार देखा गया कोई भी पदार्थ अंततः संतृप्ति के नियम से अनाकर्षक हो जाता है. Read More
वैष्णव-अपराध एक प्रकार से भक्ति सेवा के प्रति बाधा होता है. वैष्णव-अपराध एक प्रकार से भक्ति सेवा के प्रति बाधा होता है. Read More
भक्ति सेवा के लिए सुनने (श्रवणम्) का सुझाव क्यों दिया जाता है? भक्ति सेवा के लिए सुनने (श्रवणम्) का सुझाव क्यों दिया जाता है? Read More
भगवान किसी भी जीव की भूमिका पूर्णता से निभा सकते हैं. भगवान किसी भी जीव की भूमिका पूर्णता से निभा सकते हैं. Read More