वह दर्शन जो भगवान की भक्ति सेवा का लक्ष्य नहीं करती उसे मानसिक अटकल माना जाता है. वह दर्शन जो भगवान की भक्ति सेवा का लक्ष्य नहीं करती उसे मानसिक अटकल माना जाता है. Read More