कई बार देखा गया कोई भी पदार्थ अंततः संतृप्ति के नियम से अनाकर्षक हो जाता है. कई बार देखा गया कोई भी पदार्थ अंततः संतृप्ति के नियम से अनाकर्षक हो जाता है. Read More
मानव जीवन तथाकथित आर्थिक विकास या भौतिक विज्ञान की उन्नति के लिए नहीं है. मानव जीवन तथाकथित आर्थिक विकास या भौतिक विज्ञान की उन्नति के लिए नहीं है. Read More
हर कोई बुद्धि के विभिन्न स्तरों से संपन्न होता है. हर कोई बुद्धि के विभिन्न स्तरों से संपन्न होता है. Read More
निर्बल ही बलवान का भोजन है. हमें भगवान को भोजन क्यों चढ़ाना चाहिए? क्या हम भगवान को मांस भेंट कर सकते हैं? निर्बल ही बलवान का भोजन है. हमें भगवान को भोजन क्यों चढ़ाना चाहिए? क्या हम भगवान को मांस भेंट कर सकते हैं? Read More
मांसाहारी भोजन करने का निषेध क्यों है, शाकाहारी भोजन करने पर पौधों जैसे गतिहीन प्राणियों की हत्या भी शामिल होगी? मांसाहारी भोजन करने का निषेध क्यों है, शाकाहारी भोजन करने पर पौधों जैसे गतिहीन प्राणियों की हत्या भी शामिल होगी? Read More
भौतिक संसार बद्ध आत्मा को किस प्रकार दुख पहुँचाता है? भौतिक संसार बद्ध आत्मा को किस प्रकार दुख पहुँचाता है? Read More
भौतिक भोग छोड़ने के बाद व्यक्ति कैसे जीवन यापन कर सकता है? भौतिक भोग छोड़ने के बाद व्यक्ति कैसे जीवन यापन कर सकता है? Read More