निर्बल ही बलवान का भोजन है. हमें भगवान को भोजन क्यों चढ़ाना चाहिए? क्या हम भगवान को मांस भेंट कर सकते हैं? निर्बल ही बलवान का भोजन है. हमें भगवान को भोजन क्यों चढ़ाना चाहिए? क्या हम भगवान को मांस भेंट कर सकते हैं? Read More
भक्ति हमारे इंद्रिय तुष्टि के आकर्षण को कैसे कम कर सकती है? भक्ति हमारे इंद्रिय तुष्टि के आकर्षण को कैसे कम कर सकती है? Read More
आध्यात्मिक संसार में कोई यौन संबंध नहीं होते. आध्यात्मिक संसार में कोई यौन संबंध नहीं होते. Read More
आध्यात्मिक संसार में यौन जीवन का कोई महत्व नहीं है. आध्यात्मिक संसार में यौन जीवन का कोई महत्व नहीं है. Read More