मिथ्या अहंकार सूक्ष्म चित्त और स्थूल भौतिक शरीर के साथ विशुद्ध आत्मा की भ्रामक पहचान होता है। मिथ्या अहंकार सूक्ष्म चित्त और स्थूल भौतिक शरीर के साथ विशुद्ध आत्मा की भ्रामक पहचान होता है। Read More
इस भौतिक अस्तित्व के लिए आत्मा या शरीर का अनुभव बन जाना संभव नहीं है। इस भौतिक अस्तित्व के लिए आत्मा या शरीर का अनुभव बन जाना संभव नहीं है। Read More
जीव के लिए शरीर से भिन्न अस्तित्वमान होना किस प्रकार संभव है। जीव के लिए शरीर से भिन्न अस्तित्वमान होना किस प्रकार संभव है। Read More
प्रसुप्ति या गहन निद्रा की अवस्था में, मन और इंद्रिय दोनों निष्क्रिय हो जाते हैं। प्रसुप्ति या गहन निद्रा की अवस्था में, मन और इंद्रिय दोनों निष्क्रिय हो जाते हैं। Read More
यदि मृत्यु के समय कोई भी भौतिक कामना न हो तो सूक्ष्म शरीर समाप्त हो जाता है. यदि मृत्यु के समय कोई भी भौतिक कामना न हो तो सूक्ष्म शरीर समाप्त हो जाता है. Read More