यदि आध्यात्मिक संसार में कोई वास्तविक मूलरूप न होता, तो इस संसार की विविधताएँ असंभव होतीं. यदि आध्यात्मिक संसार में कोई वास्तविक मूलरूप न होता, तो इस संसार की विविधताएँ असंभव होतीं. Read More
वयक्ति के बलिदान, दान और अन्य पवित्र गतिविधियों के परिणाम समाप्त होने के बाद, व्यक्ति को निम्नतर ग्रह प्रणालियों पर वापस जाना पड़ता है. वयक्ति के बलिदान, दान और अन्य पवित्र गतिविधियों के परिणाम समाप्त होने के बाद, व्यक्ति को निम्नतर ग्रह प्रणालियों पर वापस जाना पड़ता है. Read More
भारत-वर्ष (भारत) के निवासी धीरे-धीरे पतित होते जा रहे हैं भारत-वर्ष (भारत) के निवासी धीरे-धीरे पतित होते जा रहे हैं Read More
आकाश में हम जो भी नक्षत्र देखते हैं, वह इस एक ब्रम्हांड के भीतर ही हैं आकाश में हम जो भी नक्षत्र देखते हैं, वह इस एक ब्रम्हांड के भीतर ही हैं Read More
ग्रह और नक्षत्र किस प्रकार आकाश में तैर रहे हैं? ग्रह और नक्षत्र किस प्रकार आकाश में तैर रहे हैं? Read More