वर्तमान शासन वैवस्वत मनु का है. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, हम अभी वैवस्वत मनु के अट्ठाइसवें युग में हैं. प्रत्येक मनु इकहत्तर युगों तक जीवित रहते हैं, और ऐसे चौदह मनु भगवान ब्रम्हा के एक दिन में शासन करते हैं. हम अभी वैवस्वत मनु के समय में हैं, सातवें मनु, और आठवें मनु कई लाख वर्षों के बाद अस्तित्व में आएँगे. किंतु शुकदेव गोस्वामी, जो विद्वानों का श्रवण कर चुके हैं, भविष्यवाणी करते हैं कि आठवें मनु सर्वणी होंगे और निर्मोक और व्रजस्क उनके पुत्रों में होंगे. शास्त्र पूर्वघोषित कर सकते हैं कि भविष्य के लाखों-लाख वर्षों में क्या होगा. इन मनुओं द्वारा शासित कुल अवधि की गणना एक सहस्त्र चतुर्युग, या 4,300,000 बार 1000 वर्षों की की गई है. इसे एक कल्प कहा जाता है, या भगवान ब्रम्हा का एक दिन.

स्रोत – अभय चरणारविंद स्वामी प्रभुपाद (2014 संस्करण, अंग्रेज़ी), “श्रीमद् भागवतम्” , आठवाँ सर्ग, अध्याय 13, पाठ 11 और परिचय

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